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चन्द्र (३) के परिणाम मिथुन लग्न के अलग-अलग भावों में - Blog H15 - 11022018

चन्द्र के परिणाम मिथुन लग्न के अलग अलग भावों में




मिथुन लग्न की कुंडली 



मिथुन लग्न की कुंडली के प्रथम (पहले) भाव में चन्द्र के परिणाम

  • इंसान के निर्णय लेने की क्षमता में सदैव कमी रहने वाली है उसमें आत्मविश्वास की भी कमी रहती है
  • दशा-अन्तर्दशा जब भी चलगी वो इंसान को कभी स्थिर नहीं होने देगी सदैव इन्सान को दिक्कत-परेशानियां ही देगी
  • अगर ये धन का थोडा सा आगमन करवाएगी तो साथ में तनाव-समस्याएं भी ले कर आएगी
  • जातक सदैव दुविधा में रहता है या अस्थिरचित्त वाला होता है
  • इंसान के पास पैसा आने से पहले जाने के लिए तयार खड़ा होगा क्योंकि चंद्रमा अति शत्रु के घर चला गया है
  • जातक की वाणी पर उसका कभी नियंत्रण नहीं होगा और उसमें सदैव वो परेशानी ही देंगे

मिथुन लग्न की कुंडली के द्वितीय (दूसरे) भाव में चन्द्र के परिणाम


यहाँ चंद्रमा स्वः राशि के हो गए
  • जातक की वाणी बहुत अच्छी होगी
  • धन और परिवार के लिए बहुत अच्छा हो गया
  • परन्तु यहाँ जातक के जीवन की बाधाएं भी सक्रीय हो जाती हैं
  • अपनी दशा-अन्तर्दशा में जातक धन तो अर्जित करेगा लेकिन उतनी ही मुसीबतों और मानसिक तनावों से जूझता रहेगा
  • मानसिक शांति भंग होने की स्थिति बार-बार उसे आती ही रहेगी 

मिथुन लग्न की कुंडली के तृतीय (तीसरे) भाव में चन्द्र के परिणाम


यहाँ चंद्रमा देवता कभी अच्छा फल नहीं देने वाले
  • व जरूरत से ज्यादा मेहनत से ही पैसा कमाना पड़ेगा
  • मेहनत का नकारात्मक परिणाम देना या अत्यधिक खप कर  परिणाम देना ऐसी स्थिति यहाँ चंद्रमा देवता पैदा कर देंगे
  • चंद्रमा यहाँ पिता से कभी नहीं बनने देंगे, जातक पिता को सदैव गलत ही समझेगा

मिथुन लग्न की कुंडली के चतुर्थ (चौथे) भाव में चन्द्र के परिणाम

  • यहाँ जातक की माता से कभी नहीं बनने वाली, माता से कलह-कलेश रहने वाली है
  • माता को भी दिक्कत परेशानियां होंगी, माता को भी स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं होंगी
  • काम-काज कभी व्यवस्थित नहीं होने देंगे चन्द्र देव और कर्म में भी नकारात्मक परिणाम ही देंगे
  • जातक की छाती में भी विकार पैदा हो सकता है, जातक को छाती सम्बन्धी समस्याएं आ सकती हैं 
  • गाडी वाहन सुख-सुविधाएं अगर जातक को मिली होंगी तो वो कभी उनका भोग नहीं कर पाएगा, अगर खुद का बनाना पड़ा तो बनाते-बनाते उम्र निकल जाएगी उसकी

मिथुन लग्न की कुंडली के पंचम (पांचवे) भाव में चन्द्र के परिणाम


  • यहाँ जातक संतान से सदैव परेशान रहने वाला है
  • उसकी मानसिक शांति सदा भंग रहने वाली है
  • उसके आत्मविश्वास में सदा कमी रहेगी
  • पेट सम्बन्धी समस्याएं हो सकती हैं
  • संतान से परेशान होना तो आम बात हो जाती है, क्योंकि संतान उसका कहना नहीं सुनती
  • लाभ में भी परेशानियां मिलना स्वाभाविक है

मिथुन लग्न की कुंडली के षष्ठम (छठे) भाव में चन्द्र के परिणाम


यहाँ चंद्रमा नीच के हो जाते हैं
  • जातक मानसिक रूप से कभी स्थायी नहीं हो पाता, हमेशा दुविधा में ही रहेगा
  • चार ज्योतिष्यों के पास जाने वाले होगा क्योंकि चंद्रमा देवता मन का कारक है और मन नीच का हो गया तो इंसान को कभी स्थापित नहीं होने देता
  • धनं आएगा भी और जाएगा भी उसी रास्ते से, धनं अर्जित होगा तो नुक्सान उसका होना तय है
  • मानसिक शांति भंग रहने वाली है
  • जातक उलझन भ्रम दुविधा में रहता है

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मिथुन लग्न की कुंडली के सप्तम (सातवें) भाव में चन्द्र के परिणाम

  • यहाँ चन्द्र देव जातक की पत्नी से कभी नहीं बनने देंगे
  • पत्नी बड़ी खूबसूरत मिलेगी, पर उससे ताल-मेल या सहमती नहीं हो पाती
  • व्यापार में साझेदारी कभी कामयाब नहीं रहती

मिथुन लग्न की कुंडली के अष्ठम (आठवें) भाव में चन्द्र के परिणाम

  • चन्द्र देव के यहाँ होने से जातक को सदैव धन का आभाव रहता है
  • सदैव परिवार में कलह-कलेश मचा रहता है
  • जातक सदा तनाव में रहता है
  • इंसान सदैव इसी सोच में लगा रहत है की में अपने खर्चे पूरे कहाँ से करूँ
  • चन्द्र की दशा-अन्तर्दशा को झेलना एक आम इंसान के बस की बात नहीं होती, वो जातक बहुत बड़ी दिक्कत-परेशानियों में रहता है

मिथुन लग्न की कुंडली के नवम (नवं) भाव में चन्द्र के परिणाम

  • चन्द्र देव यहाँ पिता से कभी नहीं बनने देंगे, पिता से ताल-मेल सदैव परेशानी में रहेगी
  • जातक पैसों/खर्चों के लिए सदैव पिता पर निर्भर रहता है, यहाँ तक की विवाह होने और संतान होने के पश्चात् भी जातक की निगाह पिता के पैसों पर रहती है
  • जातक विदेश जा कर भी बैरंग लिफाफे की तरह बिना किसी परिणाम या लाभ के वापिस आ जाता है

मिथुन लग्न की कुंडली के दशम (दसवें) भाव में चन्द्र के परिणाम

  • चंद्र अपनी दशा-अन्तर्दशा में जातक का काम कभी स्थापित नहीं होने देंगे, काम-काज को पूरी तरह से दिक्कत-परेशानियों में आजेगा
  • धन का आभाव रहेगा, अपने पूरण कर्म करने के बाद भी जातक अपने खर्चे पूरे नहीं कर पाएगा
  • माता के साथ कलह-कलेश रहने वाला है
  • जातक यदि गाडी, वाहन, भूमि, मकान बनान चाहेगा तो उसमें इतना विलम्ब होगा की उसे समझ में नहीं आएगा की मेरा काम हो क्यों नहीं रहा है

मिथुन लग्न की कुंडली के एकादश (ग्यारहवें) भाव में चन्द्र के परिणाम

  • यहाँ जातक को धनं का आभाव सदा रहने वाला है
  • भाई बहन से कभी नहीं बनने वाली
  • धनं आएगा जरूर, लेकिन टिकने वाला कभी नहीं है
  • जातक की संतान भी दिक्कत-परेशानियां साथ में लेकर आएगी
  • यहाँ चन्द्र-देव भाई-बहनों से कभी नहीं बनने देंगे
  • जातक की मानसिक शांति भी चन्द्र देव भंग ही रहेंगे

मिथुन लग्न की कुंडली के द्वादश (बाहरवें) भाव में चन्द्र के परिणाम


यहाँ चंद्रमा उच्च के हो जाते हैं और कभी अच्छा फल नहीं देंगे
  • जातक वास्तविकता से हट कर बाते करने या डींगे हांकने वाला होगा
  • फ़िज़ूल का व्यय जातक का होता ही रहेगा
  • स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं, मानसिक अशांति/तनाव और उग्र वाणी होना तय है
  • जातक परिवार से दूर होता है
  • चन्द्र देव सदा परेशानियां ही देंगे



ध्यान दें: 
  • ग्रहों का कुंडली में सावधानी से अध्यान किये बगैर न तो कोई रत्न धारण करें और न ही कोई दान करें
  • ग्रहों के प्रभाव मुख्यत: दशा-अन्तर्दशा में ही दिखाई देते हैं
  • विभिन्न कारक जैसे विपरीत-राज-योग, नीच-भंग-राज-योग, कुंडली में ग्रहों की स्थिति और दूसरे ग्रहों से संयोजन, ग्रहों का कोण/अस्त/वक्रीय होना ... ग्रहों द्वारा दिए जाने वाले परिणामों को प्रभावित करते है 
  • ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए किसी अछे ज्योतिषी से संपर्क करने के पश्चात् ही कोई उपाय करें
  • कई लोग आपको काल-सर्प, पित्र-दोष और मंगल-दोष आदि का डर दिखा कर अनुचित लाभ उठाना चाहते हैं, ऐसे व्यक्तियों की बातों से बिलकुल नहीं घबराएं, उपाय सरल और आसान होते हैं जिन्हें आप बिना किसी की मदद के आसानी से स्वयं कर सकते हैं
  • रत्नों के चयन में कभी भी लापरवाही ना बरतें, मोती और पुखराज जैसे रत्न भी अगर कुंडली का उचित विवेचन किये बगैर पहने गए तो मृत्यु-तुल्य कष्ट तक दे सकते हैं 

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कुंडली के विस्तृत विश्लेषण के लिए संपर्क करें:
Vikas Bhardwaj
MBA - IT/Finance (MDI Gurgaon), M.Tech - Applied Mechanics (NIT Bhopal), B.E - Mechanical (REC Bhopal)
Past Experience - JPMorganChase & Co. / Capgemini / RRL / CresTech

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